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Showing posts from September, 2017

पता ना चला

कब वो इस दिल मे आ गयीं पता ना चला कब वो इसे चुरा गयी पता ना चला हम तो थे बेखबर पहले से ही कब वो दीवाना बना गयी पता ना चला ख्वाबो में भी उन्ही का सुरूर है कब वो इन्हें अफसाना बना गयी पता ना चला प्यार तो उनको था ही नही कभी पर कब वो बेगाना बना गयी पता ना चला दीवानगी की ये बाते हम क्या जाने  कब वो खुद को शम्मा और हमे  परवान बना गयी पता ना चला कब वो इस दिल मे आ गयी पता ना चला ।।

कहने से ये मैं डरता हूँ..

कहने से ये मैं डरता हूँ की अब भी तुमपे मरता हूं चाहत की इन राहो से दिन रात मैं गुजरता हूं तुम्हारी इस चाहत का इंतजार मैं करता हूं कहने से ये मैं डरता हूँ की अब भी तुमपे मरता हूं ।। सुबह से लेकर शाम तक तुम ही तुम बस दिखती हो दिल की इन गलियो में  सपनो से होके गुजरती हो प्यार का ये इक लम्हा है जिसमे तुम हरपल रहती हो सुबह से लेकर शाम तब तुम ही तुम बस दिखती हो ।।  चाहा कि भूल जाऊं तुम्हे बस यही चाहत इक याद दिलाती है दिल की ये नादानी है बिन कहे हि तुमपे जाती है पहले तो हम बेगाने थे  अब इश्क़ का जहर पिलाती है चाहा कि भूल जाऊं तुम्हे बस यही चाहत इक याद दिलाती है ।।

तस्बीर बनाये बैठा हूँ

तस्बीर बनाये बैठा हूँ जिन्हें इस दिल मे छुपाये बैठा हूँ दर्द ए दिल लगाए बैठा हूँ दर्द में भी मुस्कुराये बैठा हूँ उनकी यादें सजाये बैठा हूँ तस्बीर बनाये बैठा हूँ ।। दिल को तो टूट जाना है मगर फिर भी ख्वाब सजाये बैठा हूँ मुहब्बत है या है ये कशिश ये सोच के हर गम भुलाये बैठा हूँ फिर से दिल लगाए बैठा हूँ तस्बीर बनाये बैठा हूँ ।। प्यार तो था मगर, फिर भी छुपाये बैठा हूँ उनके चेहरे की इस नूर को दिल से लगाये बैठा हूँ प्यार में तो भूलते हैं दुनिया मगर मैं तो खुद को भुलाये बैठा हूँ इस दर्द में भी मुस्कुराये बैठा हूँ बस उनकी तस्बीर बनाये बैठा हूँ जिनसे दिल लगाए बैठा हूँ ।।

A single beautiful word.....

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दिल की आवाज है कोई....

दिल की हसरतो में है कोई हवाओ की इन हरकतों में है कोई है कोई हर पल इस दिल में हर पल की चाहतो में है कोई दिल की हसरतो में है कोई ।। वफ़ा की चाह है या ये जाल है कोई हमारे बीच मे कुछ है या ये चाल है कोई हम बदल जाये या तुम खुद ही बदल जाओ दिल टूटता है तो लगता है कि ये चाल है कोई वफ़ा की चाह है या ये जाल है कोई ।। मार तो जाए हम भी तुम्हारे इश्क़ में पर इश्क़ में मरना भी अब सवाल है कोई वफ़ा की चाह है या ये जाल है कोई ।।

प्यार है

दिल पे हमे ऐतबार है लोग कहते है कि प्यार है । खव्हिशो का भरमार है लोग कहते है कि प्यार है । आखो को दीदार का इंतजार है हमे भी महसूस होने लगा ये प्यार है । जिनको देखा ही नही कभी वो दुआओ में हर बार है लोग कहने लगे कि ये प्यार है । हमे उनके आवाज का इंतजार है पता नही, शायद यही प्यार है । ख्वाबो में बस वो ही बार बार है आखो को बस उनके ही दीदार जा इंतजार है  लगता है कि यही प्यार है । वो मुझे जानते भी नही फिर भी उनका इंतजार है हां यही प्यार है । उनको दर्द न देने की इस दिल की खुद से तकरार है हां यही प्यार है, बस यही प्यार है । उनको न पाना मेरा जीत है या दिल का हार है अब यो बस वो ही वो हर बार है दीदार का इंतजार है लगता है यही प्यार है । दिल के लिए क्या जित क्या हार है हम उनसे मिले या वो अपने दिलवर से दोनो में बस मेरी ही हार है  बस लगता है कि हमें उनसे प्यार है । न पाने की चाह है ना भुलने को तैयार है बस उनको खुस देखु यही दुआ हर बार है हां लगता है अब मुझे प्यार है ।