पता ना चला

कब वो इस दिल मे आ गयीं पता ना चला
कब वो इसे चुरा गयी पता ना चला
हम तो थे बेखबर पहले से ही
कब वो दीवाना बना गयी पता ना चला
ख्वाबो में भी उन्ही का सुरूर है
कब वो इन्हें अफसाना बना गयी पता ना चला
प्यार तो उनको था ही नही कभी
पर कब वो बेगाना बना गयी पता ना चला
दीवानगी की ये बाते हम क्या जाने 
कब वो खुद को शम्मा और हमे 
परवान बना गयी पता ना चला
कब वो इस दिल मे आ गयी पता ना चला ।।

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